क्या राजनीतिक दलों की नजर में महिलाओं की पहचान बदल रही?

देश में शायद पहली बार हुआ जब चुनाव के पहले महिलाओं को ध्यान में रखकर शपथपत्र लाया गया. मध्य प्रदेश इसका गवाह बना जहां भारतीय जनता पार्टी ने मुख्य घोषणापत्र के साथ ‘नारी शक्ति संकल्प पत्र’ भी जारी किया. इसमें महिलाओं के शसक्तीकरण से जुड़े ढेर सारे वादे किये गए. जैसे होनहार छात्राओं के लिए स्कूटी देने का वादा. कांग्रेस भी पीछे क्यों रहती उसने भी सस्ते दामों स्कूटर उपलब्ध कराने का वादा कर डाला. छत्तीसगढ़ में भी महिलाओं और स्वयं सहायता समूह को व्यसाय के उद्देश्य से दो लाख और पांच लाख का ब्याजरहित कर्ज देने का वादा किया जा रहा है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भी यही स्थिति थी.