नागरिक जीवन की सबसे बुनियादी क्रिया यानी सांंस लेने के दौरान घातक वायु प्रदूषण के संंपर्क में आता है, जो उनके स्वास्थ्य पर गंंभीर प्रभाव डालता है और बीमारियोंं के बोझ को बढ़ाता है। यह धारणा कि वायु प्रदूषण केवल “बड़े शहरोंं की समस्या है” अब तेजी से टूूट रही है। आंंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि छोटे शहर और औद्योगिक क्षेत्र अब भारत के वायु प्रदूषण संंकट की अग्रिम पंंक्ति मेंं हैंं। यहांं तक कि ग्रामीण क्षेत्रोंं मेंं भी वायु प्रदूषण का खतरनाक स्तर दर्ज हो रहा है। एक कड़वा सच यह है कि भारत के लोग प्रदूषित हवा के कारण अपनी जिंंदगी को छोटा कर रहे हैं। यह पुस्तक भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य संंकट की व्यापक पड़ताल करती है।
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