मंथन-2

 

पत्रकारों की स्टोरी को विश्वसनीय बनाने में आंकड़ों और डेटा की काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इनकी मदद से हम संवाद को तथ्यात्मक बना सकते हैं।

डेटा के प्रति समझ और स्किल बढ़ाने, इनके उपयोग से अपनी रिपोर्ट और लेख को और प्रभावी बनाने के लिए अनिल अग्रवाल एनवायरमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एएईटीआई) हिंदी पत्रकारों के लिए ढाई घंटे की फ्री एक्सक्लूसिव ट्रेनिंग आयोजित कर रहा है। यह कोर्स एक दिन के लिए होगा। एएईटीआई सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) की ही एक पहल है।

यह सीएसई और एएईटीआई का दूसरा ट्रेनिंग कोर्स है जिसे विशेष तौर से हिंदी मीडिया के लिए डिजाइन किया गया है। इस कार्यक्रम में सीएसई गंगा नदी पर हिंदी में अपना प्रकाशन भी जारी करेगा।

आपको इस कोर्स से क्यों जुड़ना चाहिए ?

1. क्योंकि यह कोर्स रिपोर्टिंग में डेटा/ नंबर्स के बेहतर उपयोग की समझ विकसित करने में मदद करेगा। कोर्स बताएगा कि आंकड़ों को विजुलाइज कैसे करें और उसे किस तरह पेश करें, अधिक प्रभावी ढंग से लिखने और रिपोर्ट करने के लिए डेटा का उपयोग कैसे करें?

2.क्योंकि यह सिर्फ हिंदी में लिखने वाले पत्रकारों के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है। आंकड़ों का उपयोग कर पर्यावरण से संबंधित विषयों पर काफी अनुभव रखने वाली सीएसई और डाउन टू अर्थ की टीम की ओर से इसे डिजाइन किया गया है।

3.क्योंकि यह कोर्स एक महत्वपूर्ण समकालीन विषय (सामान्य विषयों के अलावा) गंगा नदी की सफाई पर केन्द्रित होगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे आपमें से अधिकतर परिचित हैं। इस मुद्दे पर काफी रिपोर्ट की गई हैं और यह ऐसा विषय है जिस पर और अधिक सीखा जा सकता है।

4. क्योंकि इस फ्री कोर्स से जुड़ने के बाद आप सीएसई के कंटेंट रिसोर्सेज तक पहुंच पाएंगे। इससे आपको भविष्य में स्टोरी लिखने में मदद मिलेगी। संपादकीय अनुमति के बाद आपको डाउन-टू-अर्थ में लिखने का मौका भी मिल सकता है।

इस कोर्स से कौन जुड़ सकता है?

5. यह कोर्ससिर्फ उन पत्रकारों के लिए है जो अभी हिंदी में लिख रहे हैं। नोट- जूम के जरिए इस ट्रेनिंग कोर्स से जोड़ा जाएगा। कोर्स में सीमित संख्या में सीटें हैं, इसीलिए हम आपको निर्धारित समय में रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह देते हैं।

6. कोर्स पूरा करने वाले सभी प्रतिभागियों को सीएसई की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

7. किसी अन्य जानकारी के लिए आप सीएसई मीडिया रिसोर्स सेंटर की सुकन्या नायर से संपर्क कर सकते हैं।

Sukanya Nair
sukanya.nair@cseindia.org,
8816818864
 

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